Flax Seeds अलसी ज्यादातर सभी भारतीय रसोई में पाई जाती है। अलसी आकार में बहुत छोटी होती है, हम इसे छोटा पैकेट बड़ा धमाका कह सकते हैं। आप इसके फायदों के बारे में नहीं सोच सकते हैं। ज्यादातर लोग इसे एक खाद्य उत्पाद के रूप में उपयोग करते हैं, आपको शायद पता भी नहीं होगा कि इससे बहुत सारे रोगो के इलाज के लिए घरेलू तौर पर किया जाता है।
अलसी(Flax Seeds)
अलसी विटामिन ई, के, सी, बी1, बी3, बी5, बी6 का अच्छा स्रोत है।
अलसी में प्रोटीन, कॉपर, मैग्नीशियम, ओमेगा3फैटी एसिड,आहार फाइबर,
कुछ मात्रा में सोडियमऔर बहुत सारे माइक्रो न्यूट्रिएंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
नींद न आने में अलसी का प्रयोग ( To treat Insomania)
वयस्कों को रोजाना 7-8 घंटे की निर्बाध नींद लेनी चाहिए। यह कोई विलासिता नहीं बल्कि समय की मांग है। यदि आप उचित नींद नहीं लेते हैं तो आप कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों की ओर बढ़ रहे हैं।यदि आप उचित नींद नहीं लेते हैं तो आप कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों की ओर बढ़ रहे है
अलसी द्वारा वजन कम करना(WEIGHT LOSS)
वजन घटाने के लिए अलसी बहुत ही गुणकारी है। यह पोषक तत्वों से भरपूर है। मेटाबॉलिज्म को तेज कर हम कुछ किलो वजन तो अलसी को फूड में शमिल कर यूं ही बढ़ा सकते हैं। इन बीजों में हमें थाइमीन, कॉपर, ग्लाइकोसाइड, फॉस्फोरस, अमीनो एसिड की उच्च गुणवत्ता मिलती है जो वजन कम करने में मदद करता है।
विशेषज्ञों के अनुसार मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने के लिए हमें अपने आहार में अलसी के बीजों को शामिल करना चाहिए। लेकिन सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए हमें इन बीजों को उचित विधि से खाना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में अलसी का प्रयोग ( Helps to lower bad cholesterol)
अध्ययन के अनुसार यह दर्शाता है कि अलसी के बीज एलडीएल को कम करने और एचडीएल को बढ़ाने में मदद करते हैं। जिसके कारण यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
आंत के स्वास्थ्य में सुधार करता है(Improves Gut Health)
अलसी के बीज में घुलनशील और अघुलनशील दोनो तरह के फाइबर होते हैं। ये हमारे इंटेस्टाइन में मौजूद बैक्टीरिया के द्वारा किण्वित हो हमारे गट हेल्थ को बेहतर बनाता है। इसमें मैजूड घुलनशील फाइबर हमारे इंटेस्टाइन में पानी को अब्ज़ॉर्ब कर पाचन को स्लो करता है जो ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
रक्तचाप और हृदय रोग पर अलसी के प्रभाव(Effects of Flax seeds on B/P and heart health)
अलसी के बीज में उपलब्ध लिग्नांस रक्तचाप, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और धमनी की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।अपने आहार में अलसी के बीजों को नियमित रूप से शामिल करने से उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।
खांसी और दमा में अलसी का प्रयोग ( Benefits of flax seeds in asthma and cough)
यह सर्दी जुकाम और खांसी के इलाज में बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आप पानी में अलसी को उबाल कर गरम ही छान ले। अब इसमें कुछ बूंदें नींबू के रस की डालें और थोड़ा सा शहद डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसे 1 बड़ा चम्मच दिन में 2-3 बार लें।
सेवन विधि (How to consume)
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हमें साबुत अलसी खाने से बचना चाहिए, इसके बजाय हमें पिसा हुआ अलसी खाना चाहिए।भूरे रंग के अलसी के बीज का बाहरी आवरण बहुत कठोर होता है और आंतों के लिए पचाना मुश्किल होता है। इसलिए पिसे हुए बीज पचने में आसान होते हैं और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं।
Note
आइए देखें कि अलसी खाने से पहले किसे सावधानी बरतनी चाहिए। जो भी लो ब्लड प्रेशर, लो ब्लड शुगर, हार्मोनल प्रॉब्लम, डायरिया, कब्ज, से पीड़ित हो वे या तो अलसी के बीज से बचें, या डॉक्टर से जरूर मार्गदर्शन लें।यह लेख सिर्फ सामान्य ज्ञान के लिए है, यह दवा या उपचार का विकल्प नहीं है। विवरण के लिए कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।